एक गरीब लड़के और कुत्ते की दोस्ती । Friendship of a Poor Boy And Dog । Moral Story in Hindi

एक गरीब लड़के और कुत्ते की दोस्ती । Ek Garib Ladke Aur Kutte Ki Dosti । Moral Story in Hindi

एक गरीब लड़के और कुत्ते की दोस्ती । Ek Garib Ladki Aur Kutte Ki Dosti । Moral Story in Hindi
Big Trouble at a Young Age। Friendship of a Poor Boy And Dog । Moral Story in Hindi

छोटी उम्र में बड़ी मुसीबत (Big Trouble at a Young Age)

गांव के किनारे वाले नीले आम के पेड़ के नीचे गोपाल खड़ा था। वह 14 साल का छोटा सा लड़का था, जिसकी आंखें उस बड़े शहर की तरफ उठी हुई थीं, जहां उसका चाचा रहता था। गोपाल के पिता की मौत के बाद उसकी मां ने उसे चाचा के पास भेज दिया था। "वहां तुम्हारा भविष्य बनेगा," मां के ये शब्द उसके कानों में गूंज रहे थे।

शहर में पहुंचकर गोपाल को पता चला कि चाचा के पास एक छोटी सी दुकान थी। वह दिनभर कपड़े बेचता था, लेकिन रात को अपने कमरे में छुपकर चोरी की गई चीजें बेचता था। गोपाल ने इसे जानकर हैरानी महसूस की, लेकिन चाचा ने उसे डांटते हुए कहा, "यहां जीना है तो यही सीख ले।"

एक दिन गोपाल ने देखा कि चाचा की दुकान के पीछे एक घायल कुत्ता पड़ा हुआ है। जिसे कोई छोड़कर गया था। गोपाल ने उसे घर ले जाकर प्यार से दवा दी और उसका नाम टॉमी रखाधीरे-धीरे टॉमी उसका सबसे अच्छा दोस्त बन गया। लेकिन चाचा को यह पसंद नहीं था। "यह कुत्ता तुम्हारा समय खा जाएगा," वह हर रोज गोपाल को डांटता।

गोपाल को इस शहर में अपनी जगह नहीं मिल पा रही थी। उसके सपने तो गांव के मैदान में उड़ाने वाले पतंगों जैसे थे, लेकिन यहां तो वह अपने ही पांवों में उलझ रहा था। 

 


रात की आंधी (Night Thunderstorm)

एक रात जब चाचा बाहर गए थे, तभी गोपाल ने दुकान के पीछे से एक बड़ा सा बक्सा निकाला। उसमें चाचा की चोरी की गई चीजें थीं। टॉमी ने उसे देखा और भौंकने लगा। गोपाल ने उसे समझाया, "यह गलत है, टॉमी। हमें इससे दूर रहना चाहिए।"

एक गरीब लड़के और कुत्ते की दोस्ती । Ek Garib Ladki Aur Kutte Ki Dosti । Moral Story in Hindi
Night Thunderstorm। Friendship of a Poor Boy And Dog । Moral Story in Hindi

लेकिन उसी रात चाचा वापस आ गए और गोपाल को बक्से के पास पाया। "तुम्हें पता चल गया मेरा राज?" चाचा ने गुस्से में गोपाल को झकझोरते हुए पूछा। टॉमी भौंकता हुआ चाचा पर झपटा, जिससे गोपाल बच गया। चाचा ने टॉमी को पीटा और गोपाल को घर से निकाल दिया।

गोपाल और टॉमी सड़क पर भटक रहे थे। उन्हें भूख लग रही थी, लेकिन उन्होंने एक दुकान के बाहर एक बूढ़ी औरत को देखा, जो उन्हें अपने घर ले गई। वह श्यामा मां थीं, जो एक छोटी सी पुस्तकालय चलाती थीं। "तुम दोनों यहीं रहो," उन्होंने कहा।

गोपाल ने पहली बार सपनों की उम्मीद महसूस की। श्यामा मां ने उसे पढ़ाई कराई और टॉमी को भी अपना बना लिया। लेकिन यह सुकून ज्यादा देर नहीं चला। 

 


झूठ का पर्दाफाश (Exposing the Lies)

चाचा ने श्यामा मां के पुस्तकालय में आग लगा दी। गोपाल और टॉमी बच गए, लेकिन सारी किताबें जल गईं। श्यामा मां ने गोपाल से कहा, "चलो, हम इस शहर को छोड़ देते हैं।  लेकिन गोपाल ने मना कर दिया। "मैं अपने सपनों के लिए लड़ूंगा," उसने कहा।

एक गरीब लड़के और कुत्ते की दोस्ती । Ek Garib Ladki Aur Kutte Ki Dosti । Moral Story in Hindi
Exposing the Lies। Friendship of a Poor Boy And Dog । Moral Story in Hindi

गोपाल ने पुलिस को चाचा की चोरी की सारी गतिविधियों के बारे में बताया। टॉमी ने भी चाचा के घर का पता लगाया। पुलिस ने चाचा को पकड़ लिया, लेकिन वह जेल से फिर से बच निकला। अब वह गोपाल को मारने की योजना बनाने लगा।

एक रात जब गोपाल अपने नए घर में सो रहा था, तभी चाचा ने उस पर हमला कर दिया। टॉमी ने उसे बचाने के लिए अपना जीवन दे दिया। गोपाल को गहरी चोट लगी, लेकिन उसे पता चला कि चाचा के पास एक बड़ा सा अड्डा था, जहां वह चोरी की गई सामान जमा करता था। 

 


लम्बी उड़ान (Long Flight)

टॉमी की मौत ने गोपाल को तोड़ दिया, लेकिन श्यामा मां ने उसे मजबूती दी। गोपाल ने पुलिस को चाचा के अड्डे का पता बताया। एक बड़ी मुठभेड़ के बाद चाचा को फिर से पकड़ा गया। अब गोपाल को शहर के सबसे बड़े स्कूल में दाखिला मिला। उसने पढ़ाई में मेहनत की और एक दिन वह एक सफल वकील बना।

एक गरीब लड़के और कुत्ते की दोस्ती । Ek Garib Ladki Aur Kutte Ki Dosti । Moral Story in Hindi
Long Filght। Friendship of a Poor Boy And Dog । Moral Story in Hindi

श्यामा मां की मदद से उसने एक छोटा सा आश्रम खोला, जहां गरीब बच्चों को पढ़ाई कराई जाती थी। टॉमी की याद में वह हर साल कुत्तों के लिए खाना और दवाइयां बांटता।

एक रात गोपाल को ख्वाब आया। टॉमी उसे देखकर मुस्कुराया और बोला, "तुम्हारा सफर अभी शुरू हुआ है।" गोपाल ने आंखें खोलीं और मुस्कुराया। अब वह जानता था कि सपने सच होते हैं, बस उनके लिए लड़ना पड़ता है।

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