बात करने वाला पेड़ । The Talking Tree । Moral Story in Hindi

बात करने वाला पेड़ । Baat Karne Wala Ped । Suspense Story in Hindi

बात करने वाला पेड़ । The Talking Tree । Suspense Story in Hindi
बात करने वाला पेड़ । The Talking Tree । Suspense Story in Hindi

रहस्यमई आवाज़

गाँव नेहरूगंज  में 10 साल का रोहित  हर शाम पुराने पीपल के पेड़ के नीचे बैठकर कहानियाँ पढ़ता था। एक दिन, उसने एक धीमी-सी आवाज़ सुनी:
"रोहित... मेरी मदद करो..."
डरकर वह भागने लगा, लेकिन फिर सोचा: "क्या पेड़ बोला?"    

उस रात, उसे नींद नहीं आई। सुबह होते ही वह फिर पेड़ के पास गया। इस बार पेड़ ने कहा:
"मैं बोलता पेड़ हूँ। लेकिन सिर्फ ईमानदार लोगों से बात करता हूँ। गाँव के पेड़ों को कटने से बचाओ!"    

रोहित ने पूछा: "कैसे?"
पेड़ ने जवाब दिया: "तुम्हारे हाथ में जो पत्ता है, वह मेरा ताज है। इसे जमीन में गाड़ो, तब पता चलेगा।"    

रोहित ने पत्ता जमीन में गाड़ा। तभी पेड़ की जड़ें हिलीं, और एक छोटा सा पौधा उग आया। पेड़ बोला:
"यह पौधा तुम्हारा साथी है। जब तुम सच्चा रहोगे, यह बढ़ेगा।"

बात करने वाला पेड़ । The Talking Tree । Suspense Story in Hindi
बात करने वाला पेड़ । Rohit’s Encounter with the Whispering Peepal । Suspense Story in Hindi

पेड़ की पहेली 

रोहित को समझ नहीं आया, लेकिन उसने पौधे को घर ले जाकर लगा दिया। रात को उसने एक खतरनाक बात देखी: गाँव के लोग जंगल के पेड़ काट रहे थे!   

उसने मम्मी से पूछा: "ये क्यों कर रहे हैं?"
मम्मी ने कहा: "बेटा, गाँव को नया स्कूल बनाना है।"   

रोहित को दिल दुखा। वह जानता था कि पेड़ों के बिना जीवन मुश्किल होगा। अगले दिन, रोहित ने गाँव के बच्चों को इकट्ठा किया। वह बोलता पेड़ के बारे में बताने लगा, लेकिन कोई उस पर विश्वास नहीं किया।   

तभी उसका दोस्त राजू  बोला: "मेरे पापा ने कहा है कि पेड़ काटना गलत है। लेकिन हम क्या करें?"   

रोहित ने कहा: "चलो, रात को जंगल की रखवाली करें!"   

रात को जंगल में जाकर वे देखते हैं कि दो आदमी पेड़ काट रहे हैं। रोहित चिल्लाया: "रुको! ये गलत है!"    

आदमी मुड़कर बोला: "बच्चे हटो, नहीं तो..."
रोहित घबराया। तभी पेड़ों की डालियाँ हिलीं, और आदमी भाग गए।

 

बात करने वाला पेड़ । The Talking Tree । Suspense Story in Hindi
बात करने वाला पेड़ । Sowing Hope: The Legacy of Courage। Suspense Story in Hindi

सच्चाई का परीक्षण

सुबह होते ही रोहित ने देखा कि उसका पौधा मुरझा हुआ है। पेड़ बोला:
"तुम्हारे अंदर सच्चाई है, लेकिन डर भी है। अगर तुम्हारा पौधा बचाना है, तो साहस दिखाओ।"    

उसी दिन, गाँव में बाढ़ की चेतावनी आई। लोग डरने लगे। रोहित ने पेड़ से पूछा: "क्या होगा अब?"   

पेड़ ने कहा: "मैं अपनी जड़ों से पानी को रोक सकता हूँ, लेकिन इसके लिए मुझे अपनी जान देनी पड़ेगी।"    

रोहित रो पड़ा: "नहीं! तुम मत जाओ!"   

पेड़ मुस्कुराया: "जब तक प्रकृति के प्यार को समझोगे, मैं हमेशा तुम्हारे साथ हूँ।"    

 

प्रकृति का रोष  


बाढ़ रुक गई, लेकिन बोलता पेड़ गायब हो गया। रोहित और गाँव के बच्चे रोने लगे। उसी समय, उन्होंने देखा कि जगह-जगह छोटे पौधे उग आए हैं।   

रोहित समझ गया: "ये पेड़ की ताकत है। हमें नए पेड़ लगाने होंगे!"    

सालों बाद, गाँव हरियाली से भर गया। रोहित अब एक पेड़ के नीचे बैठकर अपने बच्चों को यही कहानी सुनाता है।   

रोहित: "पेड़ हमारे सबसे बड़े मित्र हैं। उनकी रक्षा करना हमारा कर्तव्य है।"

बात करने वाला पेड़ । The Talking Tree । Suspense Story in Hindi
बात करने वाला पेड़ । Nature’s Fury and Redemption: A Call to Protect । Suspense Story in Hindi

सबक

रोहित के पास आज भी वह पौधा है, जो एक विशाल वृक्ष बन चुका है। वह कहता है:
"जब तुम सच्चे दिल से काम करोगे, तब प्रकृति तुम्हारी मदद करेगी।"    

गाँव वालों ने अब पेड़ काटना बंद कर दिया है। हर साल, वे नए पौधे लगाते हैं, और रोहित की कहानी सबकी पसंदीदा है।   

कहानी का सबक स्पष्ट है—"प्रकृति का सम्मान करो, वह तुम्हें सदा साथ देगी।"   

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