सोने का पहाड़ । The Mountain of Gold। Suspense Story in Hindi


सोने का पहाड़ । Sone Ka Pahad। Suspense Story in Hindi

सोने का पहाड़ । The Mountain of Gold। Suspense Story in Hindi
एक अनजान चिट्ठी An Unknown Letter । The Mountain of Gold। Suspense Story in Hindi

एक अनजान चिट्ठी (An Unknown Letter)

समीर एक साधारण लड़का था, जो दिल्ली के एक छोटे से कॉलेज में पढ़ता था। एक दिन उसे अपने पते पर एक पुरानी, मुरझाई चिट्ठी मिली। चिट्ठी पर कोई भी लेखक का नाम नहीं था, सिर्फ एक जगह का नाम लिखा था – "सोने का पहाड़"। समीर ने सोचा कि यह कोई मजाक है, लेकिन जब उसने चिट्ठी के अंदर कुछ पुराने सिक्के और एक नक्शा देखा, तो उसकी जिज्ञासा बढ़ गई।  

चिट्ठी में लिखा था - "जो भी इसे पढ़ रहा है, वह खुद को खतरे में डाल रहा है। सोने का पहाड़ किसी के लिए भी सुरक्षित नहीं है। अगर तुम्हें इसके पीछे की सच्चाई जाननी है, तो तैयार हो जाओ।" 

समीर को शुरू में हंसी आई, लेकिन रात को सोते समय उसे एक अजीब सपना आया। वह सोने के रंग के पहाड़ पर खड़ा था, और उसके पैरों में खून बह रहा था। अचानक, किसी ने उसका हाथ पकड़ा और फिर सब कुछ काला हो गया।  

अगली सुबह, समीर ने अपने दोस्त अर्जुन को चिट्ठी दिखाई। अर्जुन ने उसे चेतावनी दी - "भाई!, ये सब बकवास लग रहा है। तुम इन चक्कर में मत फंसो।"लेकिन समीर की जिज्ञासा बढ़ती गई। उसने नक्शा की जांच की और पता लगाया कि सोने का पहाड़ एक छोटे से गांव "कालीघाट" के पास स्थित है।  

एक हफ्ते बाद, समीर कालीघाट पहुंचा। गांववालों ने उसे चेतावनी दी -"वहां मत जाओ! वहां से कोई भी आज तक वापस नहीं लौटा।"लेकिन समीर ने उनकी बातों को नजरअंदाज कर दिया और पहाड़ की ओर बढ़ गया।  

जैसे-जैसे वह पहाड़ के पास पहुंचा, हवा में एक अजीब-सी गंध आने लगी। पेड़ों की पत्तियां हिल रही थीं, लेकिन हवा नहीं चल रही थी। अचानक, उसने एक पुराना घर दिखा, जिसका दरवाजा आधा खुला हुआ था। समीर ने घर के अंदर कदम रखा और उसके पैर जमीन पर ही ठहर गए। वहां की दीवारों पर खून के निशान थे, और एक कोने में एक पुरानी डायरी पड़ी थी।  

समीर ने डायरी खोली और पहला पन्ना पढ़ा - "जो भी यह पढ़ रहा है, वह मृत्यु के मुंह में कदम रख चुका है। सोने का पहाड़ केवल एक धोखा है। इसकी सच्चाई कहीं अधिक भयानक है।


गुफा के अंदर ख़ून (Blood Inside the Cave)

समीर ने डायरी जेब में डाल ली और घर से बाहर निकल आया। रात हो चुकी थी, और पहाड़ की ओर से एक अजीब सा चमक आ रही थी। उसने कैमरा निकाला और तस्वीर लेने की कोशिश की, लेकिन कैमरा काम नहीं कर रहा था।

डायरी में लिखा था - "15 अगस्त, 1987 - हमने खजाना ढूंढ लिया, लेकिन उसके साथ एक शर्त थी कोई भी उसे छूने वाला अपनी आत्मा को हमेशा के लिए खो देगा। हममें से केवल मैं ही बचा हूं। अगर कोई यह पढ़ रहा है, तो यहाँ भाग जाओ!"

सोने का पहाड़ । The Mountain of Gold। Suspense Story in Hindi
गुफा के अंदर ख़ून Blood Inside the Cave । The Mountain of Gold। Suspense Story in Hindi

समीर को डर लगने लगा, लेकिन वह वापस जाने के बजाय पहाड़ की ओर आगे बढ़ा। रास्ते में उसे एक पुरानी गुफा मिली। गुफा के अंदर जाते ही, उसे एक अजीब-सा शोर सुनाई दिया - जैसे कोई लकड़ी टूट रही हो। अचानक, उसके पैर कुछ चिकने पदार्थ पर फिसल गए। वह गिरा और उसने देखा कि वह खून था।

गुफा के अंदर, एक पुरानी मशीन थी, जिस पर अंग्रेजी में लिखा था - "Don't Touch It!" लेकिन समीर ने बटन दबा दिया और एक जोरदार आवाज के साथ, गुफा की दीवार खुल गई। उसके सामने एक बड़ा कमरा था, जिसमें सोने के सिक्के और गहने बिखरे पड़े थे।

लेकिन तभी, समीर ने एक आवाज सुनी "तुम भी अब यहां से नहीं जा सकते।"उसके पीछे एक व्यक्ति खड़ा था, जिसका चेहरा छिपा हुआ था। समीर ने भागने की कोशिश की, लेकिन व्यक्ति ने उसे पकड़ लिया।


10 साल पहले मरे पिता निकले ज़िंदा (Father Who Died 10 Years Ago Turned Out to Be Alive)

समीर ने व्यक्ति का चेहरा देखा और झटके से पहचान लिया । वह उसका पिता थे ! लेकिन यह संभव नहीं था, क्योंकि उसके पिता की मृत्यु 10 साल पहले हो चुकी थी।  

पिता ने कहा - "मैं मरा नहीं था। मैं इस खजाने की तलाश में यहां आया था और यही फंस गया। यह खजाना केवल एक जाल है। जो भी इसे छूता है, उसकी आत्मा इस पहाड़ में समा जाती है और हमेशा के लिए थी क़ैद हो जाती हैं।" 

समीर ने पूछा - "लेकिन बाबा आप अब भी कैसे जिंदा हो?"

सोने का पहाड़ । The Mountain of Gold। Suspense Story in Hindi
10 साल पहले मरे पिता निकले ज़िंदा -Father Who Died 10 Years Ago Turned Out to Be Alive । The Mountain of Gold। Suspense Story in Hindi

पिता ने उदासी से कहा - "क्योंकि मैंने किसी दूसरे को अपनी जगह छोड़ दिया। अब तुम यहां हो और मुझे जाने दो ।"

समीर को समझ आ गया - यह खजाना केवल एक परीक्षा थी। जो लालच में फंसता है, वह यहां फंस जाता है। उसने खजाने को छूने से इनकार कर दिया और पिता को गले लगा लिया। तभी, गुफा में धमाका हुआ, और समीर को बाहर निकलने में सफलता मिली।  

जब वह वापस गांव पहुंचा, तो पता चला कि उसके पिता की मृत्यु की खबर झूठी थी। वह वास्तव में गायब थे। समीर ने किसी को कुछ नहीं बताया और घर लौट आया।  

लेकिन रात को, उसे एक बार फिर वही सपना आया और उसके पैरों में खून बह रहा था। 

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